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Tuesday, March 6, 2018

पोला भीतर ढोल के

पोला भीतर ढोल के,  गाता है आघात !
बोल सुहाने दूर के  दिखता भारी गात !!
दिखता भारी गात,  मंगल वाद्य हमारा
ले डुग्गी मिरदंग ,  हरमुनिया एकतारा , ,,
संग झाल खड़ताल ,  शंख डम डमरू बोला !
सुषिर मधुर झंकार ,  पखावज ढोलक पोला !!... ''तनु''

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