आपकी मनोकामना , हमने की स्वीकार !
इस जीवन में आप भी , कभी न पावै हार !!
कभी न पावै हार, जीवन शान से बीते,
भरे रहे घट थाल, कभी ना होवें रीते।
बाजे ढप मिरदंग , धनके ढोलक थाप की !
शरणाइ रही बाज , लुभाये खुशी आप की !!... ''तनु''
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