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Monday, March 26, 2018

ख़ाब ये सारे सुहाने रखे यहीं ;
जिंदगी के ये खज़ाने रखे यहीं !

दौर-ए-उम्र को जी लिया मैंने
जज़्बातों के ख़त पुराने रखे यहीं 

बे ख़ता सर को झुकाया ना कभी,
साँच के मीठे तराने रखे यहीं !!

बाशिंदों से प्यार मुहब्बत बहुत की, 

मौत के जीते  बहाने रखे यहीं !!

'तनु' है अब नहीं मुझे कुछ ढूँढना , 
ख्वाब-ओ-ख्याल के ज़माने रखे यहीं !!,,,''तनु''

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