कलियों के बिन प्यार ना, भँवरे बिन मनुहार!
पीले पात सा बिखरा, फिर मधुबन का प्यार!!
माटी सूखी जल बिना, राह दरार दरार , ,,
राहगीर भी राह में, ढूँढे चैन करार!!
--"तनु"
पीले पात सा बिखरा, फिर मधुबन का प्यार!!
माटी सूखी जल बिना, राह दरार दरार , ,,
राहगीर भी राह में, ढूँढे चैन करार!!
--"तनु"
No comments:
Post a Comment