चाहती हूँ मैं सबा हो जाऊँ!
गुल लुटाऊँ मेहरबा हो जाऊँ!!
लोरियाँ बन के सुला दूँ सबको!
आपकी सबकी जुबा हो जाऊँ!!
संदल बन के वन चमन बिखरुं!
खूबसूरत हूँ, जवा हो जाऊँ!!
अंगुलियाँ मेरी जानिब हैं बहुत !
गुमशुदा हो के हवा हो जाऊँ!!
बंदगी के लिये "तनु"आप हैं तो !
अब मैं ही क्यों न खुदा हो जाऊँ!!
और देखिये
बंदगी के लिये "तनु"आप हैं तो !
अब तो मैं नाखुदा हो जाऊँ!!
----"तनु"
गुल लुटाऊँ मेहरबा हो जाऊँ!!
लोरियाँ बन के सुला दूँ सबको!
आपकी सबकी जुबा हो जाऊँ!!
संदल बन के वन चमन बिखरुं!
खूबसूरत हूँ, जवा हो जाऊँ!!
अंगुलियाँ मेरी जानिब हैं बहुत !
गुमशुदा हो के हवा हो जाऊँ!!
बंदगी के लिये "तनु"आप हैं तो !
अब मैं ही क्यों न खुदा हो जाऊँ!!
और देखिये
बंदगी के लिये "तनु"आप हैं तो !
अब तो मैं नाखुदा हो जाऊँ!!
----"तनु"
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