हरियाय या चुन्दड़ली, सावण री फुँवार ;
राधा संग साँवरिया, बावरी है बयार !
बावरी है बयार, आँचल लहरावै दूब रो ;
मिट गी मन री रार,टूट्यो नातो ऊब रो !!…तनुजा ''तनु ''
राधा संग साँवरिया, बावरी है बयार !
बावरी है बयार, आँचल लहरावै दूब रो ;
मिट गी मन री रार,टूट्यो नातो ऊब रो !!…तनुजा ''तनु ''
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