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Saturday, August 8, 2015

त्रिपथगा 

मन पवित्र लेकर चलो पावन गंगा के किनारे ;
रश्मियाँ सकल चली आईं त्रिपथगा के किनारे !
ये देवनदी भागीरथी  कहते सुरसरि भी इसको ;
सब  पाप करो तिरोहित  देवपगा के किनारे !!




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