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Saturday, August 23, 2014

तेज़ हवा  उड़ाती चलती ! 
हलकी फुलकी तरती बूँदें  !! 

योगी बादल धरती बैरन !
कब बरसेंगी  तरसी बूँदें  ??

प्रदूषण की मार सह रही !
तिल तिल कर मरती बूंदें !!

कर्मठ प्राणी घोर परिश्रमी !
नमकीन पसीना हरती बूँदें  !!

खूब खिलाती हँस हँसाती ! 
मन की पीड़ा भरती बूँदें !!

 छोटे - छोटे मुकुट बिछाये !
 फिर धरती पर बरसी बूँदें !!

नम बयार लहराती चलती !
छोटी - छोटी हरषी बूँदें  !!

आयी बारिश यही सुनाये !
सरसाये ये सरसी बूँदें  !!…… ''तनु '' 

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