कार्टूनिस्ट प्राण -- एक श्रद्धांजलि
प्राण ने जीवंत प्राण भरे हैं,
बच्चों के किताबी खिलौनों में। …
हम तुम जिनको घुस कर पढ़ते,
घर और स्कूल के कोनों में। …
मोबाइल का नशा नहीं था ,
नशा किताबों का होता था। …
चाचा चौधरी साबू कमांडो ध्रुव ,
ओ चाची की मीठी बातों में। ....
जग को तुमने छोड़ दिया है,
अब तुम कभी न हमें दिखोगे। ....
पर ये प्यारे चित्र खिलौने,
सदा याद तुम्हारी दिलाएंगे। …… नमन !!!
"तनु "
प्राण ने जीवंत प्राण भरे हैं,
बच्चों के किताबी खिलौनों में। …
हम तुम जिनको घुस कर पढ़ते,
घर और स्कूल के कोनों में। …
मोबाइल का नशा नहीं था ,
नशा किताबों का होता था। …
चाचा चौधरी साबू कमांडो ध्रुव ,
ओ चाची की मीठी बातों में। ....
जग को तुमने छोड़ दिया है,
अब तुम कभी न हमें दिखोगे। ....
पर ये प्यारे चित्र खिलौने,
सदा याद तुम्हारी दिलाएंगे। …… नमन !!!
"तनु "
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