हे घनश्याम
बेमन से ही सही
नीर बरसा
आदिपुरुष!!!
शरणागत हम,
वत्सलधर,,,,,,,,,,
राधिका प्यारी,
वृषभानु दुलारी!!!
रीझे मोहन।
तुलसीप्रिय!!!
वृन्दावन बिहारी!!
हरिप्रियम!
बाल गोविंद,
दधिमुख लिपटा!
मोहिनी छटा!!!
माखन चोर!
करी चोरी माखन!!!
नन्द किशोर!
रूठे कन्हाई,
गोपिका दधि लाई!!!
लूटे कन्हाई,,,,,,,,,,,,,
बेमन से ही सही
नीर बरसा
आदिपुरुष!!!
शरणागत हम,
वत्सलधर,,,,,,,,,,
राधिका प्यारी,
वृषभानु दुलारी!!!
रीझे मोहन।
तुलसीप्रिय!!!
वृन्दावन बिहारी!!
हरिप्रियम!
बाल गोविंद,
दधिमुख लिपटा!
मोहिनी छटा!!!
माखन चोर!
करी चोरी माखन!!!
नन्द किशोर!
रूठे कन्हाई,
गोपिका दधि लाई!!!
लूटे कन्हाई,,,,,,,,,,,,,
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