देह है कली कचनार .…. व्याधियां हैं अपार ,
दुश्मन हैं बाहर हज़ार व्याधि हैं अंतर मार !!
व्याधि हैं अंतर मार ------कैसे जान बचाइए ?
करें कौन उपाय …… कैसे इनको भगाइए ?
ऋतुचर्या और योग ही-------- मात्र हैं उपाय ,
देह है कली कचनार ----लीजिये इसे बचाय !!… "तनु"
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