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Monday, January 11, 2016

मौन की पौन ...

बोला तो , ,,पर  मन की बात कौन सुनता है ?
जो मन को समझ जाये वो मौन गुणता है ,
न मौन समझे न बोल !!! कुछ जीते ऐसे भी ?
खुदी में ही रहे मगन दुनिया गौण चुनता है, ,,,,,


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