चादर ....
ग़ुरबत से तार तार चादर चली गयी ;
मैं सिमट के रह गया चादर चली गयी !
तमाम दिन के सफर से थका सूरज भी , ,,
कोहसार से धुंध की चादर चली गयी !!...तनुजा ''तनु ''
ग़ुरबत से तार तार चादर चली गयी ;
मैं सिमट के रह गया चादर चली गयी !
तमाम दिन के सफर से थका सूरज भी , ,,
कोहसार से धुंध की चादर चली गयी !!...तनुजा ''तनु ''
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