Labels
Jyotish
Kaavya
Monday, November 20, 2017
दाग ही दाग उसके किरदार में ;
दाग ही दाग उसके किरदार में ;
वो क़मर है कितने बहके प्यार में !
मिटटी में मिली सब बदगुमानियाँ ;
चाँदनी ने
कुछ
कहा अ
शआर में !
दीप कितने जल गए हैं तारों के ;
शब चली खोने नींद के
संसार में !... ''तनु''
No comments:
Post a Comment
Newer Post
Older Post
Home
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment