मन क्यों हारे इह संसारे,
जो मन जीता रहा न रीता.
मन मन का भारी,
मन मन का हल्का.
गगन का तारा,
गगन की उल्का.
मन क्यों हारे इह संसारे,
जो मन जीता रहा ना रीता ..........Tanuja .'tanu'
जो मन जीता रहा न रीता.
मन मन का भारी,
मन मन का हल्का.
गगन का तारा,
गगन की उल्का.
मन क्यों हारे इह संसारे,
जो मन जीता रहा ना रीता ..........Tanuja .'tanu'
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