आया विनाश काल है, हुई बुद्धि विपरीत !
मत पछताना बाद में, जब कुछ जाये बीत !!
जब कुछ जाये बीत, यह तो नहीं था पहले ,
ऐसी है क्या रीत, सुन कर दिल रहे दहले !
बच्चों का आखेट, इंसा तेरे क्या भाया !
कैसे भरता पेट, विनाश काल है आया !!... ''तनु''
मत पछताना बाद में, जब कुछ जाये बीत !!
जब कुछ जाये बीत, यह तो नहीं था पहले ,
ऐसी है क्या रीत, सुन कर दिल रहे दहले !
बच्चों का आखेट, इंसा तेरे क्या भाया !
कैसे भरता पेट, विनाश काल है आया !!... ''तनु''
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