दिल की कैसे कह दूँ ,आह की तासीर से ;
रंग उड़ते ही गए , पुरानी तस्वीर से !
दिल बर्बादियों का इतना भी मलाल न कर , ,,
मैंने पाया है बहुत कुछ पर ताख़ीर से !!... ''तनु''
रंग उड़ते ही गए , पुरानी तस्वीर से !
दिल बर्बादियों का इतना भी मलाल न कर , ,,
मैंने पाया है बहुत कुछ पर ताख़ीर से !!... ''तनु''
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