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Monday, April 27, 2020

फलक आज ये, फलक़ सा लगा !

फलक आज ये, फलक़ सा लगा !
बदलती है दुनिया, शक़ सा लगा !!

नदी कह रही तला तुम झाँक लो !
दरपन की तरह दकदक सा लगा !!

देखो पंछी और देखो चमन !
हँसता है कैसा उफ़क़ सा लगा !!

रोते इंसा खुश कायनात है !
डर दिल ये करे धक धक सा लगा !!

शोखियाँ गयी, आँखों में आँसू !
इक ही पल में सब नरक सा लगा !!

सब कहते, तुम ध्यान अपना रखो !
बचा रही अँखियाँ, पलक सा लगा !!

हक़ीक़त की कहानी है ये ''तनु'' !
सीखा खुद ही ये सबक़ सा लगा !!... ''तनु''

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