फलक आज ये, फलक़ सा लगा !
बदलती है दुनिया, शक़ सा लगा !!
नदी कह रही तला तुम झाँक लो !
दरपन की तरह दकदक सा लगा !!
देखो पंछी और देखो चमन !
हँसता है कैसा उफ़क़ सा लगा !!
रोते इंसा खुश कायनात है !
डर दिल ये करे धक धक सा लगा !!
शोखियाँ गयी, आँखों में आँसू !
इक ही पल में सब नरक सा लगा !!
सब कहते, तुम ध्यान अपना रखो !
बचा रही अँखियाँ, पलक सा लगा !!
हक़ीक़त की कहानी है ये ''तनु'' !
सीखा खुद ही ये सबक़ सा लगा !!... ''तनु''
बदलती है दुनिया, शक़ सा लगा !!
नदी कह रही तला तुम झाँक लो !
दरपन की तरह दकदक सा लगा !!
देखो पंछी और देखो चमन !
हँसता है कैसा उफ़क़ सा लगा !!
रोते इंसा खुश कायनात है !
डर दिल ये करे धक धक सा लगा !!
शोखियाँ गयी, आँखों में आँसू !
इक ही पल में सब नरक सा लगा !!
सब कहते, तुम ध्यान अपना रखो !
बचा रही अँखियाँ, पलक सा लगा !!
हक़ीक़त की कहानी है ये ''तनु'' !
सीखा खुद ही ये सबक़ सा लगा !!... ''तनु''
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