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Wednesday, April 29, 2020

अपने किये का मलाल कैसे हो,

अपने किये का मलाल कैसे हो,
बोलो क़ाबू में हाल कैसे हो?

क़ैद में हैं सभी ज़रूरत की,
ग़ुरबत में रोटी दाल कैसे हो ?

स्याह रंगों घिरी यहाँ दुनिया,
रंग काला गुलाल कैसे हो ?

जिन सवालों हों, नज़रें नीची,
अब उसी पर सवाल कैसे हो ?

चाह कैसी लगी तुम्हे कहना, चलते रस्ते बवाल कैसे हो ?

यहाँ नक़्ली सभी नक़्ल करके,
सादे अल्फाज कमाल कैसे हो ?

जो उमंगें रवानगी खो दें ,
उन तरंगों उछाल कैसे हो ?

कहते हो ? अपना ख़्याल रखना तुम,  
सिर्फ कहकर, सम्हाल कैसे हो ??.... ''तनु''

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