चुप चुप क्यों सहा तुमने, करते तो फरियाद!
हो सकता था घुटन से, हो जाते आज़ाद!!
हो जाते आज़ाद , अगर जो दिल की कहते !
अपनो के आघात, अकेले तुम ना सहते!!
दिल से हो बेज़ार, बने अपघाती छुप छुप !
गये हौसला हार, क्यों सहा तुमने चुप चुप!!... 'तनु'
हो सकता था घुटन से, हो जाते आज़ाद!!
हो जाते आज़ाद , अगर जो दिल की कहते !
अपनो के आघात, अकेले तुम ना सहते!!
दिल से हो बेज़ार, बने अपघाती छुप छुप !
गये हौसला हार, क्यों सहा तुमने चुप चुप!!... 'तनु'
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