जीते जी अवसान है, मरने पर न मसान!
अनचाहे इस रोग का, दर्द सहे इंसान!!
दर्द सहे इंसान, पीर देखी ना जाये!
घ्राण शक्ति का ह्रास, स्वाद भी खोता जाये !!
नहीं उतरता ताप, बदन जकड़न से टूटे!
कोरोना है काल, अवसान जी के जीते!!..... ''तनु''
अनचाहे इस रोग का, दर्द सहे इंसान!!
दर्द सहे इंसान, पीर देखी ना जाये!
घ्राण शक्ति का ह्रास, स्वाद भी खोता जाये !!
नहीं उतरता ताप, बदन जकड़न से टूटे!
कोरोना है काल, अवसान जी के जीते!!..... ''तनु''
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