पूछता है क्या मेरी परछाइयों से!
मैं ही तो गुज़रा मेरी तन्हाइयों से!!
साथ चलता ये मेरा ही तो साया है!
जो पुकारे है दिल की गहराइयों से!!
साज छेड़ो तार कोई झनझनाया!
राग सोया जागता शहनाइयों से!!
प्यार का दीवाना एक सिर्फ मैं ही !
ये जहां सारा भरा हरजाइयों से!!
गीत जो गाये तुमने और मैने यहाँ!
गूँज रहेंगे वे तराने वादियों से!!... ''तनु''
मैं ही तो गुज़रा मेरी तन्हाइयों से!!
साथ चलता ये मेरा ही तो साया है!
जो पुकारे है दिल की गहराइयों से!!
साज छेड़ो तार कोई झनझनाया!
राग सोया जागता शहनाइयों से!!
प्यार का दीवाना एक सिर्फ मैं ही !
ये जहां सारा भरा हरजाइयों से!!
गीत जो गाये तुमने और मैने यहाँ!
गूँज रहेंगे वे तराने वादियों से!!... ''तनु''
No comments:
Post a Comment