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Wednesday, June 25, 2014

चाँदनी लिए पूर्ण चंद्र की थी विभावरी ,
सुधाकर के साथ मारुत मंद की थी किंकरी ,
अरुणिम ऊषा जब हौले, हौले, हौले आई !
नभ में छाई रक्त सारंग की थी वल्लरी !! ... ''तनु ''

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