Labels

Tuesday, June 10, 2014

ताल ठोक कर ताला लगाकर जाता है ये घर वाला ,
शरीफ, बेबस, लाचार ,होता है बेचारा ये घर वाला , 
कितने ही जतन से सम्हाले घर तिजोरी ये असबाब !
फिर भी माल चुरा जाता है वो ''दाढ़ी में तिनके वाला'' !!''तनु ''

No comments:

Post a Comment