Labels

Friday, June 13, 2014

अपने सपने , अपने ही... सपने हैं ,
खपने हैं कर्म के पथ पर खपने हैं ,
स्वेद से ठंडे  हुए भाल को छू कर चल ,
दिन जपते जपते रात को तपने हैं !!!''तनु ''

No comments:

Post a Comment