आदमी गिरा गिर कर पथ भ्रष्ट हुआ !
चरित्रहीन निर्लज्ज निकृष्ट हुआ !!
वाणी व्यवहार कर्म भी निम्नतर हुए !
उदंड हुआ कुविचारी हुआ धृष्ट हुआ !!''तनु''
चरित्रहीन निर्लज्ज निकृष्ट हुआ !!
वाणी व्यवहार कर्म भी निम्नतर हुए !
उदंड हुआ कुविचारी हुआ धृष्ट हुआ !!''तनु''
No comments:
Post a Comment