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Sunday, June 29, 2014



भटक कर भुक्ति, भक्ति के बीच भक्त का भूला हूँ धर्म, 
अटक कर पाप, पुण्य के बीच जीव का भूला हूँ कर्म ,
प्रश्न सदा रहता है कायम बीच देव,  गुरु ओ मनुज के ???
देव गुरु पूज्य हैं !!! देव मनुज बीच घूंघट का भूला हूँ मर्म  ...तनुजा ''तनु ''

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