धरती आह भरेगी चीत्कारेगा गगन विलाप कर जायेगा,
आँख का अश्रु आँखों को भर---- दर्द मिलाप कर जाएगा !
कुटिल घात कर निष्पन्दित जीवन क्यों कर तुमको भाया है !
पावन जीवन, अपावन करना-- तुम्हे नष्ट कर जाएगा !!''तनु ''
आँख का अश्रु आँखों को भर---- दर्द मिलाप कर जाएगा !
कुटिल घात कर निष्पन्दित जीवन क्यों कर तुमको भाया है !
पावन जीवन, अपावन करना-- तुम्हे नष्ट कर जाएगा !!''तनु ''
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