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Wednesday, October 4, 2017

फ़साना बन गया ;

फ़साना बन गया ;
  ये जज़्बा सागर भी  दिवाना बन गया !!

  थामो इक दूजे को रिहाई क्यों मिले;
  प्यार दे दो सैलाब दिवाना बन गया !!

  ज़ख़्मों ने ली हूक टीसें बरकरार ;
  दिल इक दर्द का निशाना बन गया !!

  नींद टूटी सपन हैरां हो गये ;
  गीत झींगुरों का तराना बन गया !! 

  सैलानियों के आने से बेहतर हो गया ;
  पाँव चादर में रहें बहाना बन गया !!

  छोड़ तुझको मैं मशहूर हो जाऊंगा ;
  दिल की रुत का एसा फ़साना बन गया !!

   हूँ परेशां  महरूम नाकामी मिरी ;
  क्यों दिले बीमार ठिकाना बन गया !!

  खूबसूरत है सफ़र हसीन जिंदगी ;
  नाम लिया जाने का आना बन गया !! ... ''तनु''








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