Labels
Jyotish
Kaavya
Monday, October 9, 2017
टूट कर अब तो बाकी है बिखरना,
टूट कर अब तो
बाकी
है
बिखरना,
साँस का हर साँस से है सिहरना !!
गिर पडूँ तो
हौसला लाऊँ कहाँ से ,
जिंदगी में किरचों पर है थिरकना !!
झूठ के धुएँ की धूनी रमती गयी ,
झूठ से क्या
कभी
होता है निखरना !!... ''तनु ''
No comments:
Post a Comment
Newer Post
Older Post
Home
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment