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Saturday, October 7, 2017

आह भरना जरुरी है क्या अब ?




आह भरना जरुरी है क्या अब ?
ज़िन्दगी ने तुम्हें दे ही दिया जब,

चाहतें पूरी हुई बिना माँगे;
रौशनी है जल गया दीया जब !

इक ही मिसरा सिर्फ नहीं मेरा ;
मैं ही मैं रहूँ खुदा है ज़िया अब  !... ''तनु ''

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