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Friday, October 6, 2017

देखी नहीं थी




दिल की राहें आपने देखी नहीं थी ;
हमने चाहा आपने समझी नहीं थी ! 

क़दर हमारी नहीं किसी बज़्म में ;
ऐसी बे-क़दरी कभी देखी नहीं थी !

साँस ग़ुल थी और थे चश्म-ए-नम ;
गुल बहुत पर शबनम ही नहीं थी !

ग़र्दिश में हूँ और शायद आसमा भी;
कहूँ क्या कोई नई कहानी नहीं थी !

कभी मौसम ने फूल बरसाए नही ;
चाहा जिसको इक वो कली नहीं थी !

कुछ तो ग़म की आबरू रख ले ''तनु'';
बहुत ढूँढा ख़्वाब की जमी नहीं थी !.. ,,,,''तनु ''

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