चाँद और साँझ
उतरती साँझ देखे न गलियाँ आँगन न चौबारा ;
खिलौना ढूँढ चाँद रही चमकीला चमकन वारा !
''खिलौना चाँद'' ढूँढन की ख़ुशी में भटकी दर बदर, ,,,
उतरती जा रही पल पल मंदिर मस्जिद गुरु द्वारा !!!
उतरती साँझ देखे न गलियाँ आँगन न चौबारा ;
खिलौना ढूँढ चाँद रही चमकीला चमकन वारा !
''खिलौना चाँद'' ढूँढन की ख़ुशी में भटकी दर बदर, ,,,
उतरती जा रही पल पल मंदिर मस्जिद गुरु द्वारा !!!
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