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Wednesday, July 1, 2015

नेट से इश्क 


इश्क हुआ जब नेट से,  बीत गयी कब रात ;
हुआ सवेरा देर से ,  कहाँ सुबह की वॉक!
कहाँ सुबह की वॉक ?  सुबह कब संध्या होती ;
पिज़ा बर्गर खाए  ------   नसीब न रोटी होती, ,,,,,
मोटा चश्मा फिगर गुम यूँ उड़ते जेट से;
टंकित होती बात इश्क हुआ जब नेट से !!.... तनुजा ''तनु ''

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