Labels

Tuesday, July 28, 2015

''कलाम को सलाम'' 

आज कलम हाथ है पर शब्द नहीं सूझते ;
अनंत में कहाँ  हो गुम अब्ज नहीं रुचते !
कलाम कलाम में ''कलाम'' को सलाम है; 
बिना तुम्हारे देश अधूरा अब्द नहीं रुचते !! … तनुजा ''तनु ''

अब्ज = चन्द्रमा शंख कमल 
अब्द = मेघ बादल आकाश 

No comments:

Post a Comment