१
क्यों जलाती चली हवा देखो
शाम ही से दुआ दवा देखो !!
शाम ही से दुआ दवा देखो !!
दिल जलाया अभी अभी उसने ;
सांस ही से रवा दवा देखो !!
रंग फूलों सा ''संग'' ले चले ;
उलझन में रहा बागबा देखो !!
शाख फूलों भरी कहाँ ज़ख़्मी ;
खार सब ही हुए महरबा देखो !!
शाम ढलती रही बिना उसके ;
आज ऐसा सितम सहा देखो !!
क्यों धुँआ दे रहे जिस्म जां भी ;
आतिश है रग रग में रवा देखो !!
कौन चला ये अभी अभी आगे ;
ज़िंद खोकर रहा जवा देखो !!..... ''तनु ''
२
शाम ही से हुआ ख़फ़ा देखो ;
कौन चला ये अभी अभी आगे ;
ज़िंद खोकर रहा जवा देखो !!..... ''तनु ''
२
शाम ही से हुआ ख़फ़ा देखो ;
शाम ही से दुआ शफ़ा देखो !!
शाम ढलती रही बिना उसके ;
रात ऐसी कि खाली सफ़ा देखो !!
रात ऐसी कि खाली सफ़ा देखो !!
की बुलाता नहीं रूठा ऐसा ;
एक बार नहीं कई दफा देखो !!
वो मुसाफिर कभी नहीं मेरा ;
हार मेरी, मिली जफ़ा देखो !!
जो तिज़ारत के लिए निकला था ;
देखता था अपना नफा देखो !!...
वो लुटेरा ''तनु ''लूट सब गया ;
कोई लगती नहीं दफ़ा देखो !!..... ''तनु ''
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