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Friday, March 25, 2016



उड़ाकर रंग मुट्ठी का न दिल से  बाँध लेना तुम,
बड़ी मोहक अदाएं  हैं  नज़र से बाँच  लेना तुम ,
हरा  रंग, दिल हारा सा, हरियाया सा कहीं जाता !!!
नहीं रूठा, नहीं झूठा, मुझ' ही से साँच लेना तुम !  ....तनुजा ''तनु ''

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