मेरी दादी , ,,,,,
खाने के ना दिख रहे, दादीजी के दाँत ,
भोजन कब पचाएगी, अब दादी की आँत ?
अब दादी की आँत, मुँह बउ - बऊ है करता !
शब्दों की है पोल , नेह है फिर भी झरता !!
ऐनक मोटी हाय नहीं दादी पहचाने , ,,
दालें खिचड़ी खाय दाँत बिन कैसे खाने ?..... तनुजा ''तनु ''
दालें खिचड़ी खाय दाँत बिन कैसे खाने ?..... तनुजा ''तनु ''
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