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Saturday, March 12, 2016

जिगर बंजारा 

मुझे निगाह में अब किसी का इंतज़ार नहीं ;
यकीं चाँद का नहीं चाँदनी का एतबार नहीं !
मेहनत मेरी रगों में है और बंजारे का जिगर
जानता हूँ राह में गुल ही होंगे खार नहीं !!...तनुजा ''तनु ''

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