झरना
जमीं का वजूद चीर कर गुज़रा ;
खनखनाते गाते हुए गुजरा !
हद्द-ए -गिरफ्त-ए-ख्याल से परे , ,,,
आबशार हूँ फलक से बख़्त ले गुज़रा !!..तनुजा ''तनु ''
जमीं का वजूद चीर कर गुज़रा ;
खनखनाते गाते हुए गुजरा !
हद्द-ए -गिरफ्त-ए-ख्याल से परे , ,,,
आबशार हूँ फलक से बख़्त ले गुज़रा !!..तनुजा ''तनु ''
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