नवनीत राय रुचिर हैं, दोहों के सरताज !
निर्मल दोहे रच रहे, गुरु अर्चन में आज !!
न्यारी उनकी सीख है, उपासना है राज़ , ,,
गुरु मिलाये मीत मिले, हम को उन पर नाज़ !!.. ''तनु''
निर्मल दोहे रच रहे, गुरु अर्चन में आज !!
न्यारी उनकी सीख है, उपासना है राज़ , ,,
गुरु मिलाये मीत मिले, हम को उन पर नाज़ !!.. ''तनु''
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