सदा देकर किधर गया कोई ;
जुल्फ छूकर निखर गया कोई!!
घटा काजल लगा गयी आँखों ;
नयन कजरा कु-ढर गया कोई !!
सबा लेकर सहर चली आई ;
लगा साँसों मुहर गया कोई !!
उसे चाहा दिल' निसार किया;
दिल दीये का जगर गया कोई !!
हिसाब जिद्दत का लगालूँ !!! चल ,
मुझे सँवार सँवर गया कोई !!! .... तनुजा ''तनु ''
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