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Thursday, June 18, 2015

आज रा हाल चाल 

साँच ने झूठो वणाणो अई गयो  ;
वात  में वाताँ वणाणो अई गयो  ! 

छलकी सहबा !! अबे थारी काइं वकत ; 
थार में पाणी लाणों अई गयो  !

सबुरी राखूँ कठे दिखावटी बाजार में;
किस्तां में सामान लाणों अई गयो  ! 

लूटी -लूटी खीसा मेल्यो माल है ; 
काठ री हांडी चढ़ाणो अई गयो  ! 

घणी मली री टोपियाँ बजार में ;
टोपियाँ खूब पिनाणों अई गयो  !

घूस चले चाक वना !!! घड़ा पाक्या थका ?
घास ति यारी निभाणों अई गयो  , ,,

कई अणि ज जिनगी रो चाव है ;
नाम ने मिटटी मिलाणों अई गयो   …तनुजा ''तनु ''

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