करम खेती
मिली ने कर्म जगा देवाँ चालो !
मिली ने भरम भगा देवाँ चालो !!
परबाते गावां राम ने सांझे गनेस !
धोयोड़ो आँगणों सजा देवाँ चालो !!
बीनणी सी सजे खेती सुनेरी !
सितारा आंगणे रचा देवाँ चालो !!
क्यूँकर राखां पलकां आँसू घणा !
बला ने अबार भगा देवाँ चालो !!
धीमो वायरो फुलडा गीत गावै !
वी ज गीत गुनगुनावाँ चालो !!
तारा छायी रात ने चांदणी हँसे !
हथेरी में सूरज ने तेडावाँ चालो !!
मिली ने कर्म जगा देवाँ चालो !
मिली ने भरम भगा देवाँ चालो!!,,,तनुजा ''तनु ''
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