एक जनम
बहा श्रम बिंदु' पथ महकाना अभी है ;
नखत लाकर पथ चमकाना अभी है !!
नसीब न रहा है सदा एक सा ही ;
दिन सिर्फ दो का अफ़साना अभी है !!
कुछ कह !!! जुमला हो नन्हा' आशना सा;
इन्तजार में ये ज़माना अभी है!!
जगे हैं शब!!! सहर सुहानी नहीं थी ;
जनम और भी हाथ आना अभी है !!
हमारी पहल अगरचे कुछ इस तरह;
वही राग जाना सुनाना अभी है !!
जनम 'सात' औ 'सौ' ना बात करें हम ;
जनम इक निभा लें निभाना अभी है !!,,,,''तनु ''
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