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Friday, June 23, 2017




 सिमट जाऊँ कहाँ सहरा हूँ मैं !
 बँट जाऊँ वहाँ जहाँ खड़ा हूँ मैं !!

तैयार हूँ सफर पर मुझे जाना ! 
जिंदगी तुझसे सदा लड़ा हूँ मैं !!

चाँद चाहे तो चाहतें जीलूँ !
जानता हूँ पलों में घटा हूँ मैं !!

बूँद की प्यास तूफ़ां की तलब नहीं  !
प्यासों के लिए झरा, घड़ा हूँ मैं !!

थकन ओढ़ सोजा मिरे साये में !
फ़क्त दिनों का शजर हरा हूँ मैं !! ... ''तनु ''


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