Labels

Tuesday, June 20, 2017




योग 



राज़ सब जान गये हैं, जिसने जो चाहा मिला ,
योग करेगा वही जानेगा, उसको क्या मिला !

 जमीन पर झोपडी वाला हो या महल वाला, 
खो गए वीराने,सबको चाँद का रास्ता मिला !

डूबने लग जाओगे  जब मस्ती में योग की,
जान जाओगे , दीवाने को दीवाना मिला ! 

इस सफर में, आसन हैं औ आयाम सांसों के, 
काया नफीस बनती, रोगों से छुटकारा मिला !

पुराने कठिन रोगों को रगड़ के धो डालो तुम, 
साथ सूरज के चलने वालों को सरमाया मिला !  

ध्यान करने औ प्राणायाम में निरंतरता हो , 
खुद को देखो, लिपटोगे यूँ  शहज़ादा मिला ! . ..''तनु ''





No comments:

Post a Comment