सूखा तन रोटियों का सवाल ऐसा था !
बेदम हूँ रोटियों का सवाल ऐसा था !!
सब ने अपने अपने तरीके से सोचा !
आखिर रोटियों का सवाल ऐसा था !!
बेदम हूँ रोटियों का सवाल ऐसा था !!
आखिर रोटियों का सवाल ऐसा था !!
जली परत ही रोटी की मिल जाए मौला !
बोटियाँ नहीं, रोटियों का सवाल ऐसा था !!
कितनी हथेलियों की घिसी लकीरें !
नहीं था किस्मत का सवाल ऐसा था !!
गोल होकर फूली पेट सभी का भरा !
छदाम कौड़ियों का सवाल ऐसा था !!
कभी उन्माद में भी खोयी न रोटियाँ !
सिकती रोटियों का सवाल ऐसा था !!
रोटी तो रोटी है साहब हर हाल चाहिए !
ठंढी-बासी रोटियों का सवाल ऐसा था !!... ''तनु''
रोटी तो रोटी है साहब हर हाल चाहिए !
ठंढी-बासी रोटियों का सवाल ऐसा था !!... ''तनु''
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