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Tuesday, February 13, 2018

प्रेम नगर के बाशिंदे जुड़ गए ;


प्रेम नगर के बाशिंदे जुड़ गए ;
प्रीत लेने प्रेम परिंदे उड़ गए !

गीत गायें,  बुलबुलें नाचें चमन  ;
लेने मधु प्रीत कारिंदे निचुड़ गए  !

चैन से सो लूँ  मेरी  है चाह इक , ,,
पाप से डर सारे दरिंदे मुड़ गए !!

बस्तियाँ हैं चाह की कुछ दूर पर ;
लो खुदा के नुमाइंदे उमड़ गए !!

दिल धड़कता है जज़्बात प्यार के  ;
राग रसिया ले,  साजिन्दे जुड़ गए !!..... तनुजा ''तनु ''

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