एक रसता टूट गयी , आया है मधुमास !
ये उद्घोष वासंती, मुझको आया रास !!
धीरे धीरे झूमते, सेमल साल पलाश !
वासंतिक बयार में, हँस रहे अमलतास !!... ''तनु''
ये उद्घोष वासंती, मुझको आया रास !!
धीरे धीरे झूमते, सेमल साल पलाश !
वासंतिक बयार में, हँस रहे अमलतास !!... ''तनु''
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